Bhole Bhandari Ki Mahima Badi Nyaari ... | भोले भण्डारी की , महिमा बड़ी न्यारी है ... | Bhajan 173 |
॥ श्री शिव वन्दना॥।
दोहा: अलख निरज॑न नीलकंठ, त्रिलोचन करतार,
शरणों लिन्यो आपको, सदा भरो भण्डार
(तर्ज : फरियाद मेरी सुनके.....)
भोले भण्डारी की , महिमा बड़ी न्यारी है-२
ये भूतेश्वर बाबा, भोले त्रिपुरारी हैं ||
हे शिव शंकर तेरे, माथे पे चन्दा है,
गले में सर्पों का हार, तेरी जट्टा में गंगा है
शिव गौरी के प्यारे, नदी की सवारी है || भोले भण्डारी की ...
कर बैल सवारी तुम, नित धुनि रमाते हो,
हे डमरू बाले तुम, क्यूँ हमें सताते हो
हे भोले तेरे दर के, हम सब तो भिखारी हैं || भोले भण्डारी की ...
तुम बिन ना कोई मेरा, दुनियां में सहारा है,
इस जीवन को हमनें, तुझ पर ही वारा है
हमकों न भुला देना, हम निपट अनाड़ी हैं || भोले भण्डारी की ...
सबने ठुकराया है, अपनों में हूँ. बेगाना
मुझको अपना लेना, सुनके मेरा अफ़शाना
ये 'भक्त' कहे भोले, हम शरण तिहारी हैं || भोले भण्डारी की ...
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