रिध्दि सिद्धि के दाता सुनो गणपति ... | Bhajan 176 | Ridhi Sidhi ke Data Ganapati ....
फ़िल्मी तर्ज - हाल क्या है दिलो का रिध्दि सिद्धि के दाता सुनो गणपति, आपकी मेहरबानी हमें चाहिये, पहले सुमिरन करूँ गणपति आपका, लब पे मीठी सी वाणी हमें चाहिये, रिध्दि सिद्धि के दाता सुणो गणपति। - 2 सर झुकाता हूँ चरणों मे सुन लीजिये, आज बिगड़ी हमारी बना लीजिये, ना तमन्ना है धन की ना सर ताज की, तेरे चरणों की सेवा हमें चाहिये, रिध्दि सिद्धि के दाता सुणो गणपति।। तेरी भक्ति का दील मे नशा चूर हो, बस आँखो मे बाबा तेरा नूर हो, कण्ठ पे शारदा माँ हमेशा रहे, रिध्धि सिद्धि का वर ही हमें चाहिये, रिध्दि सिद्धि के दाता सुणो गणपति।। सारे देवों मे गुणवान दाता हो तुम, सारे वेदों मे ज्ञानो के ज्ञाता हो तुम, ज्ञान देदो भजन गीत गाते रहे, बस यही ज़िन्दगानी हमें चाहिये, रिध्दि सिद्धि के दाता सुणो गणपति।। रिध्दि सिद्धि के दाता सुनो गणपति, आपकी मेहरबानी हमें चाहिये, पहले सुमिरन करूँ गणपति आपका, लब पे मीठी सी वाणी हमें चाहिये, रिध्द...