ये मेरी अर्जी है, मै वैसी/वैसा बन जाऊँ | SONG 169 | Ye Meri Arji Hai Main Vaisi Ban Jaun ....
ये मेरी अर्जी है, मै वैसी/वैसा बन जाऊँ,
जो तेरी मर्जी है,
फिर कैसी बाधा है, फिर कैसी बाधा है,
जब साँसों में मोहन, धड़कन में राधा है,
जग रोक ना पायेगा, ज़ग रोक ना पायेगा,
वो मीरा नाचेगी, जब श्याम नचायेगा,
ये इश्क की बाजी है, ये इश्क़ की बाजी है,
कोई माने या ना माने, मेरा श्याम तो राजी है,
ये मेरी अर्जी है, मै वैसी/वैसा बन जाऊँ,
जो तेरी मर्जी है,
लफ्जो का टोटा है, लफ्जो का टोटा है,
जिक्र प्यारे का, अश्को से होता है,
ये मेरी अर्जी है, मै वैसी/वैसा बन जाऊँ,
जो तेरी मर्जी है,
छम छम छम बारिश है, छम छम छम बारिश है,
मोहन घर आजा, हर बून्द सिफारिश है,
ये मेरी अर्जी है, मै वैसी/वैसा बन जाऊँ,
जो तेरी मर्जी है,
वो इतना प्यारा है, वो इतना प्यारा है,
चाँद कहे उससे, तू चाँद हमारा है,
ये मेरी अर्जी है, मै वैसी/वैसा बन जाऊँ,
जो तेरी मर्जी है,
जग रोक ना पाएगा, जग रोक ना पाएगा,
मीरा नाचेगी, जब श्याम बुलाएगा,
ये मेरी अर्जी है, मै वैसी/वैसा बन जाऊँ,
जो तेरी मर्जी है,
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